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What is Ischemia? : इस्केमिया के कारण, लक्षण
What is Ischemia : इस्केमिया के कारण, लक्षण
इस्केमिया क्या है ? What is ischemia ?
कभी-कभी किसी व्यक्ति की अचानक बैठे-बैठे या काम करते-करते मृत्यु हो जाती है। अधिकतर लोग यह मान लेते हैं कि, यह हार्ड अटैक से मरा है लेकिन इस रोग का नाम है “इस्केमिया” । इस रोग में बिना किसी कष्ट के रोगी की मृत्यु हो जाती है। यह ऐसी बीमारी है जिसमें मरने वाले को न छाती में दर्द होता है न हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है न ही गुर्दे की कोई बीमारी होती है परंतु मरने वाले आदमी की ह्रदय की गति अचानक रुक जाती है।
इस्केमिया ह्रदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन युक्त खून नहीं मिलने से होता है। इस रोग में व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है। यह रोग समझने का भी अवसर नहीं देता है। यह रोग ज्यादातर शहरों में रहने वाले लोगों मैं होता है।
इस्केमिया के कारण :Causes of ischemia:
यह रोग क्यों होता है यह ध्यान देने योग्य बात है। जब वसा के कण धीरे-धीरे coronary arteries मैं जो कि हृदय को रक्त पहुंचाने का काम करती है, वसा के कण जमा होने लगते हैं तो उसके भीतर गोलाई कम होती चली जाती है। जिसके कारण धमनियों का खोखलापन सिकुड़ कर छोटा हो जाता है और ह्रदय को पूर्ण मात्रा में खून नहीं मिल पाता। यह सब इतनी धीमी गति से होता है कि आदमी को पता ही नहीं चलता कि उसे कुछ हो रहा है। यह घातक बीमारी बिना किसी सूचना के बढ़ती रहती है।
जब ह्रदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन युक्त खून नहीं मिल पाता तो हृदय की सेल टूटने लगती हैं। इस तरह जब हृदय रक्तचाप क्षमता एकदम खत्म हो जाती है तो आदमी की अचानक मौत हो जाती है।
जिन व्यक्तियों को लंबे समय से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, अधिक केलोस्ट्रोल, मानसिक तनाव, तमाखू का अधिक सेवन करना, मोटापा, हृदय का अन्य रोग या हाइपरटेंशन हो तो उसे इस रोग की पूरी संभावना बनी रहती है। अगर मधुमेह होने के बाद उसकी स्थिति को काबू नहीं रखा जाए तो हृदय रोग होने की पूरी संभावना रहती है। जिन व्यक्तियों को हार्ड अटैक आता है उनमें अधिकतर लोगों को डायबिटीज की बीमारी पाई जाती है।