Scarlet Fever – स्कारलेट बुखार के कारण और लक्षण

 स्कारलेट बुखार क्या है ? What is scarlet fever ?

      यह एक Contagious बुखार है। इस बुखार में शरीर बहुत गर्म हो जाता है। बुखार के दूसरे दिन गले में सूजन आ जाती है। जिससे बोला भी नहीं जा सकता। शरीर में लाल दाने निकल आते हैं। लाल दानों के लाल रंग के कारण ही इसे लोहित बुखार या लाल बुखार भी कहते हैं।

 

 स्कारलेट बुखार के कारण : Causes of scarlet fever:

       यह रोग मुख्य रूप से हीमोलिटिक स्ट्रेप्टोकोकाई के संक्रमण से फैलता है। यह रोग 3 वर्ष से 10 वर्ष तक के बच्चों में अधिक पाया जाता है। ड्रॉपलेट इंफेक्शन द्वारा इसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में होता है। कभी कभी दूषित दूध और आइसक्रीम में भी इसके कीटाणु पनपते हैं।

 

     यह रोग उन लोगों को अधिक होता है जिनके पास शरीर को ढकने के लिए कपड़ा, खाने के लिए अन्न और रहने के लिए स्थान नहीं होता है। इसके जीवाणु नाक में गले में व सांस की नली में अधिक पाए जाते हैं।

 

स्कारलेट बुखार के लक्षण : Symptoms of scarlet fever:

      यह अचानक उत्पन्न होने वाला एक तीव्र संक्रमण बुखार है। साधारण अवस्था में गला लाल हो जाता है गले से बलगम भी आता है। गले पर सूजन आ जाती है। सिर में अधिक दर्द होता है तथा उल्टी आती हैं। रोगी के टॉन्सिल पर भी सूजन आ जाती है। उन पर एक चिपचिपा पदार्थ भी देखा जा सकता है। यह पीले रंग का होता है जो आसानी से पोछा जा सकता है।

    शुरू में जीभ पर लाल लाल चकते से दिखाई देते हैं। और जीभ स्ट्रॉबेरी जैसी लगती है। बुखार के दूसरे दिन त्वचा पर दाने होने लगते हैं। दाने शुरू में छाती के ऊपरी हिस्से गर्दन व हाथ पर निकलते हैं। फिर जल्दी ही सारे शरीर पर फैल जाते हैं।दो-तीन दिन बाद दाने फीके पड़ने लगते हैं व 1 सप्ताह बाद समाप्त हो जाते हैं।

 

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