Arthritis Symptoms and Causes : गठिया के कारण, लक्षण

Arthritis Symptoms and Causes : गठिया के कारण, लक्षण  गठिया क्या है ? What is arthritis?
Arthritis Symptoms and Causes
Arthritis Symptoms and Causes
     गठिया जोड़ों की बीमारी है। जोड़ों को चिकना बनाए रखने का काम सायनोवियल फ्लुड करता है। यदि किसी कारणवश जोड़ों के बीच चिकनाई खत्म हो जाती है अथवा खत्म होने लगती है, तो इस स्थिति में जोड़ों की गति बाधित होने लगती है और जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है। गठिया एक ऐसा रोग है जो प्यूरिन मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी से होता है। इस रोग में यूरिक एसिड साल्ट जोड़ों में जमा होने लगती हैं। यूरेट ऑफ सोडा नामक पदार्थ हाथ पैरों की छोटी हड्डियों में इकट्ठा हो जाता है। जिससे सूजन आ जाती है और दर्द होता है।       घटिया एक पीड़ादायक तथा जोड़ों की बीमारी है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें दवा के साथ-साथ व्यायाम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रत्येक हड्डियों के अंत में एक पतला सा रबड़ की तरह लचीला पदार्थ होता है। जिसे कार्टिलेज कहते हैं। जो जोड़ों की हड्डियों को आपस में रगड़ने से बचाता है कार्टिलेज  के अतिरिक्त पूरे जोड़ के चारों और पतला टिशू होता है जिसे सायनोवियल मेंब्रेन कहते हैं। इस मेंब्रेन से एक तरल पदार्थ निकलता है जो सायनोवियल फ्लूड कहलाता है। यह तरल पदार्थ जोड़ों को चिकना बनाए रखता है। जोड़ों की इस विशेष रचना के परिणाम स्वरुप हम अपने पैरों पर चल पाते हैं। हाथ पैर को घुमा पाते हैं।      यदि किसी कारणवश कार्टिलेज की चिकनाई खत्म हो जाती है तो जोड़ों की गति बाधित होने लगती है तथा रगड़ के कारण दर्द भी शुरू हो जाता है। कभी-कभी झिल्ली पर सूजन आ जाती है। यह एक भयंकर कष्टदायक रोग है।  गठिया के कारण :Causes of arthritis:
  • वह व्यक्ति जिनके परिवार में यह रोग पहले से होता है।
  • ऑपरेशन के बाद भी यह रोग शुरू हो जाता है।
  • अगर गुर्दों के द्वारा यूरिक एसिड पूर्ण रूप से शरीर से बहार न निकले जिसके कारण इसकी मात्रा बढ़ती चली जाती है। इसे यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनकर कनेक्टिव टिशु में एकत्र हो जाते हैं।
  • औषधि के अत्यधिक सेवन से।
  • अत्यधिक अल्कोहल का सेवन करने से।
  • चोट लग जाने के कारण।
  • सीलन वाली जगह में लंबे समय तक रहने से।
  • पसीने से तर शरीर में ठंडी हवा का लग जाना।
  • सीसा धातु वाली जगह पर काम करने से लेट पॉइजनिंग के कारण।
  • संक्रमण के कारण जोड़ों में आने वाली सूजन।
     यह बीमारी ठंड, बसंत और वर्षा ऋतु में ज्यादा होती है। एक बार होकर आराम हो जाने के बाद फिर हो सकती है। पुरानी हो जाने पर हृदय और गुर्दों पर असर पड़ता है। अक्सर जोड़ों पर लगने वाली चोट पर ध्यान नहीं दिया जाता जोड़ों पर गंदगी अथवा फोड़ा आदि होने पर संक्रमण हो जाता है। संक्रमण के कारण अक्सर जोड़ों की झिल्ली के अंदर पस पड़ जाता है। जिसके कारण जोड़ खराब हो जाते हैं। यह किसी भी उम्र में हो सकता है।
 
गठिया के लक्षण :Symptoms of arthritis:
 
  • शुरू में पाचन संबंधी गड़बड़ी होती है।
  • रोगी का पेट फूलता है गैस बनती है।
  • भूख भी कम हो जाती है।
  • लंबे समय से कब्ज की शिकायत रहना।
  • पेशाब कम मात्रा में गाढ़ा और लाल हो जाना।
  • नींद का कम हो जाना।
  • हृदय ज्यादा धड़कता है।
       इसके बाद अचानक दर्द शुरू हो जाता है। रोग वाली जगह गर्म होती है और जलन महसूस होती है। पहले पैर के अंगूठे के अगले भाग की गांठ पर रोग का आक्रमण होता है और फिर एड़ी और घुटना आदि पर फैल जाता है। 
  • जोड़ों की सूजन के साथ जोड़ टेढ़ी-मेढ़ी हो जाते हैं।
  • रोगी लंगड़ा कर चलता है।
  • रोगी के कमर में दर्द और सिर दर्द भी हो सकता है।
  • रोगी को सांस लेने में समस्या हो सकती है।
  • आतो और लिवर की खराबी के कारण।
  • रोगी के पसीने में अजीब सी गंध आती है।
  • इसे रोग का आक्रमण अचानक व ज्यादातर रात में होता है।
  • यह रोग मुख्य रूप से हाथ व पैरों के छोटे जोड़ों में मिलता है।
  • यह रोग स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों में अधिक पाया जाता है।
    गठिया का पहला आक्रमण अक्सर रात के समय होता है। रोगी आराम पूर्वक सोया हुआ होता है, परंतु अचानक हाथ पैर के अंगूठे में तेज दर्द से उसकी आंखें खुल जाती हैं। और सुबह होते होते दर्द कम हो जाता है। एक जोड़ के बाद दूसरा व दूसरे के बाद तीसरा तथा अन्य जोड़ प्रभावित होते जाना इस रोग का एक हाथ लक्षण है। इस रोग में घुटने, कोहनियां कलाई अधिकतर प्रभावित होते हैं।

Read More –

ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENT
     रोगी के शरीर का तापमान 101 से लेकर 104 डिग्री फॉरेनहाइट तक हो जाता है। बुखार के साथ-साथ जोड़ों में बहुत तेज दर्द शुरू होता है। रोगी के पेशाब का रंग बदल जाता है। जीभ पर मेल की एक परत जम जाती है। बुखार के दौरान जोड़ों में सूजन हो जाती है। जोड़ों का स्थान पहले लाल तथा बाद में नीला पड़ जाता है। नसें भर आती हैं। तेज बुखार के साथ पसीने के बाद बुखार उतर जाता है और रोगी को नींद आ जाती है। उसके बाद रोगी के जोड़ों में सूजन उत्पन्न होने लगती है। रोगी का दिन तो किसी प्रकार गुजर जाता है पर रात काटना कठिन हो जाता है। रोगी दर्द के कारण दिन-रात बिस्तर पर करवटें बदलता रहता है। रोगी लाचार पड़ा रहता है। करवट बदलने में भी रोगी को अपार कष्ट की अनुभूति होती है।खून की कमी आ जाती है और पसीना अधिक आने की शिकायत होती है। रोगी के शरीर पर बारीक दाने उभर आते हैं। रोगी कब्ज से परेशान रहता है। 

Leave a Comment