Thalaspi Bursa Q in hindi के फायदे in Hindi
यह औषधि वृक्कों और मूत्राशय के रोगों की मुख्य औषधि है। मूत्राशय तथा वृक्कों की पुरानी शोथ, मूत्र बंद हो जाना, मूत्र में रक्त जाना, तीव्र वृक्कशूल, मूत्राशय या वृक्क में पथरियाँ और रेत बनना, वृक्कदोष के कारण आंखों के नीचे शोथ होकर पानी की थैली सी दिखाई देना, मूत्र में फास्फेट आना, थोड़ा-थोड़ा मूत्र रुककर दर्द के साथ आए, मूत्र की तह में ईंट की गोद बैठ जाए, मूत्र मार्ग में शोथ, मूत्र की धार पतली और टूट- टूटकर आए, मूत्र निकालने के लिए रबड़ की नाली(कैथेटर) प्रवेश करनी पड़े। रोग की अधिकता में 5 से 15 बूंदे थोड़े जल में मिलाकर एक 1-1 बाद पिलाएं और बाद में 5 से 15 बूँदें प्रति मात्रा दिन में तीन बार देते रहें।