- हस्तमैथुन इस रोग का एक प्रमुख कारण है।
- कॉन्स्टिपेशन के कारण भी यह रोग हो जाता है।
- अत्यधिक गर्म भोजन करने से या तले हुए भोजन करने से भी यह रोग हो जाता है।
- अल्कोहल का अत्यधिक सेवन करने से।
- ज्यादा रोमांटिक वातावरण में रहने से।
- मल या मूत्र का बैग ज्यादा समय तक रोके रहने से।
- कामुक पुस्तकों का अधिक पढ़ना।
- किसी सुंदर युवती के साथ रहने पर।
- साइकिल की सवारी अधिक करने से।
- मसालेदार भोजन का अधिक इस्तेमाल करने से।
धात के लक्षण : symptoms of spermatorrhea :
- रोगी हमेशा सुस्त रहता है ।
- रोगी का मन किसी कार्य में नहीं लगता है।
- शरीर के जोड़ों में दर्द रहता है।
- सिर में दर्द रहता है।
- रोगी हमेशा चिंतित रहता है।
- रोगी की यादास भी कम हो जाती है।
- आत्मविश्वास की कमी रहती है।
- थोड़ा सा काम कर लेने पर रोगी को थकान महसूस होने लगती है।
- चेहरे की रौनक कम हो जाती है।
- सिर में भारीपन और रोगी को चक्कर आते हैं।
- रोगी को नींद अधिक आती है।
- किसी काम में मन नहीं लगता।
- रोगी की भूख भी कम हो जाती है।
- मानसिक और शारीरिक चिंता बनी रहती है।
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ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENTरोग का उपाय : Disease Remedy:
- रोगी को अपना ध्यान रचनात्मक कार्यों में लगाना चाहिए।
- रोगी को पौष्टिक आहार लेना चाहिए।
- सादा भोजन करना चाहिए।
- अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- पेट का कोई रोग होने पर रोगी को उसे ठीक कर लेना चाहिए।
- रोगी को कब्ज बिल्कुल ने होने दे।
- जहां तक हो सके अधिक औषधियों का प्रयोग नहीं करें।
- इस रोग में मनोवैज्ञानिक सलाह की विशेष आवश्यकता होती है। रोगी को ऐसा आत्मविश्वास जगाए कि उसकी सारी मानसिक समस्याएं दूर हो सके।