Sore Throat ! खराब गला, गले में खराश, गले में सूजन,Why does the throat get worse, symptoms of sore throat, cases of sore throat

        गला खराब क्यों होता है ? Why does the throat get worse?

      गला मुख्य रूप से बैक्टीरिया के कारण खराब होता है। स्ट्रैप्टॉकाकस पायोजेनिस जाति के वायरस द्वारा गला खराब हो जाता है। एलर्जी के कारण भी गला खराब हो जाता है गले में ऐसा लगता है जैसे कोई चीज फसी हुई हो। अगर व्यक्ति के टॉन्सिल बढ़ जाए जिस कारण उसे निगलने में परेशानी हो सकती है। अगर रोगी को लंबे समय से जुखाम की शिकायत है तो उसका गला खराब हो सकता है।

    गला खराब होने के कारण:Causes of sore throats:

Infectious sore throat : 

  • इंफेक्शन के कारण गला खराब हो जाता है।
  • स्ट्रैप्टॉकाकस पायोजेनिस जाति के बैक्टीरिया द्वारा गला खराब अधिक होता है। 
  • आधे से ज्यादा व्यक्तियों का गला खराब वायरल इंफेक्शन के कारण होता है।
  • यह खराबी खांसी के पुराने मरीजों में देखी जाती है।
  • रोगी में साइनस, टॉन्सिल अथवा फेफड़ों के संक्रमण के कारण गले खराब होने का इतिहास मिलता है।
  • गले में सूजन आ जाती है।
  • गले में पीप से भरी हुई छोटी छोटी गांठे दिखाई देती हैं।
  • कुछ रोगियों को जुखाम के कारण गला खराब हो जाता है।
 
 
एलर्जिक गले की खराबी : Allergic throat defect :
  • इस प्रकार की गले की खराबी में हर समय गले में कोई न कोई चीज फंसी हुई सी अनुभव होती है।
  • बार-बार सूखी खांसी उठती है।
  • गले में बहुत से पीपदार दाने दिखाई देते हैं लेकिन सूजन कम रहती है।
  • बहुत ज्यादा छिकें आती हैं और नाक हर समय बहती रहती है।
 
 
क्षोभजन्य गले की खराबी : Irritable throat defect :
  • अत्यधिक धूम्रपान करना।
  • पान तमाखू का अत्यधिक इस्तेमाल करना।
  • ज्यादा चटपटी चीजें खाना।
  • रासायनिक पदार्थों के इस्तेमाल से।
  • अत्यधिक धुएं के कारण।
  • खराब अल्कोहल का सेवन करना।
 
गला खराब होने के लक्षण : Symptoms of sore throat:
  • रोगी के गले में सूजन आ जाती है।  
  • गले में छोटी छोटी फुंसी निकल आती हैं।
  • गले में गांठ दिखाई देती हैं।  
  • गले में सूजन आ जाती है।
  • गले में खराश रहती है।
  • गले में किसी चीज के फंसने जैसा अनुभव होता है।
  • रोगी को बार-बार सूखी खांसी उठती है।
  • रोगी को बहुत ज्यादा छिकें आती है।
  • नाक बहती रहती है।
  • गले में घुटन महसूस होती है।
  • जीभ के पिछले भाग पर दाने दिखाई देते हैं।
  • गले में जलन होती है।
  • कभी-कभी रोगी के आंखों से पानी बहता है।
 

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