Shortness of Breath : सांस का फूलना – कारण, लक्षण और बचाव

 सांस फूलना क्या है ?What is shortness of breath?

    सीढ़ियां चढ़ते, मेहनत का काम करने या फिर दौड़ने-भागने में सांस फूलना आम बात है। लेकिन किसी भी तरह की मेहनत किए बिना, भागे-दौड़े बिना अगर आपका सांस फूलता है तो ये एक मेडिकल कंडीशन है जिसका ट्रीटमेंट होना जरूरी है। सांस फूलने का सबसे बड़ा कारण बॉडी को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाना जिसकी वजह से फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और फेफड़े ऑक्सीजन पाने के लिए सांस लेने की गति को बढ़ा देते हैं। सांसों की गति के बढ़ने को हम सांस फूलना कहते हैं। यदि समय रहते सांस फूलने पर ध्यान नहीं दिया गया तो इस के परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।




सांस फूलने के कारण :Causes of shortness of breath:

      सांस फूलने की समस्या कुछ लोगो होना आम बात है, लेकिन कुछ लोगो में अचानक सांस फूलने पर समस्या अपने आप ठीक हो जाती है और कुछ लोगो में समस्या बढ़ जाती है। कभी-कभी अन्य बीमारी के कारण सांस फूलने की समस्या का जोखिम रहता है। सांस फूलने की समस्या होने पर एक मेडिकल जांच जरूर करवाए। जिन लोगो को सांस फूलने की समस्या हरदम होती तो उसके कुछ निम्न कारण हो सकते है।

अत्यधिक व्यायाम करना।

अधिक तापमान बढ़ना।

चिंता होना।

वायु प्रदूषण होना।

वजन अधिक होना।

अगर रोजाना सांस फूलने की समस्या होती है तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। फेफड़ो में कुछ समस्या होना, दिल में ठीक से ऑक्सीजन पहुंच नहीं पाना आदि कारण हो सकता है।

कुछ ऐसी समस्या है जो आपके फेफड़े से संबंधित हो सकती है।

जैसे: एनीमिया, फेफड़ो का कैंसर, दिल के कार्यो में असामनता, फेफड़ो से संबंधित रोग, अस्थमा आदि।




सांस फूलने के लक्षण :Symptoms of shortness of breath:

जल्दी-जल्दी सांस लेना।

सोते वक्त सांस लेने में तकलीफ और बैठकर सांस लेने की जरूरत महसूस होना।

चिंता और बेचैनी

सुस्ती और उलझन

चक्कर आना

पसीना आना

बुखार होना

सर्दी-जुकाम होना

मतली

उल्टी होना

घरघराहट होना

बोलने में कठिनाई होना

पसीना आना।




सांस फूलने से बचाव :Prevention of shortness of breath:

घर के अंदर एवं बाहर प्रदूषित वायु के संपर्क में आने से बचें।

धूम्रपान करना छोड़ दें।

सामान्य शारीरिक चेकअप करवाएं, क्योंकि सांस फूलना किसी गंभीर समस्या का लक्षण हो सकता है।

पंखे के आगे बैठें और हवा को चेहरे पर लगने दें।

यदि वजन ज्यादा है, तो उसे घटाएं।

अगर आप 5,000 फीट के आस पास की ऊंचाई पर हैं, तो तनाव या परिश्रम आदि से बचें।

ऐसी चीजों से दूर रहें जो अस्थमा को बढ़ा सकती हैं।

सांस फूलने से जुड़ी अपनी सोच व चिंताओं को खुलकर डॉक्टर को बताएं।

अगर आप ऑक्सीजन सप्लिमेंट्स (ऑक्सीजन के वैकल्पिक साधन) पर आश्रित हैं, तो सुनिश्चित कर लें  कि आपको ऑक्सीजन की जरुरी मात्रा मिल रही है और संबंधित उपकरण पूरी तरह से काम कर रहे हैं।

सांस को रोकने की कोशिश ना करें।

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