Pinched Nerve : नस दबने के कारण और लक्षण

 नस दबना क्या है ?What is Pinched Nerve ?

     जब शरीर के किसी नस वाले भाग पर किसी प्रकार दबाव (प्रेशर) पड़ता है, तो इस स्थिति को नस दबना (पिंच्ड नर्व) कहते हैं। जब नस पर दबाव पड़ता है तो यह नस मस्तिष्क को एक चेतावनी संकेत भेजती है, नस के द्वारा मस्तिष्क में भेजे गए संकेत में दर्द, सुन्न होना और कमजोरी आदि शामिल होती है। नस पर दबाव पड़ने से नस संकुचित हो जाती है।

शरीर के किसी भी हिस्से की नस पर दबाव पड़ सकता है। नस दबने के कारण नस में हल्की क्षति हो सकती है या फिर वह गंभीर रूप से भी क्षतिग्रस्त हो सकती है। नस दबने के कारण होने वाली समस्याएं कुछ समय के लिए या फिर लंबे समय तक भी रह सकती है। नस दबने की स्थिति का जितना जल्दी पता लगाया जाता है उतना ही जल्दी उससे राहत पाई जा सकती है। नस दबने का मुख्य कारण नसों के चारों ओर की हड्डी कमजोर होना है, जो उम्र संबंधी समस्या होती है। 




 

  नस दबने के कारण : causes of Pinched Nerve : 

  • रीढ़ की हड्डी में स्थित डिस्क (Disc) अगर सही रेखा में नहीं हैं, तो रीढ़ की हड्डी के अंदर से जाने वाली नसों पर प्रभाव पड़ने लगता है।
  • शरीर को लंबे समय तक एक ही अवस्था में रखने से भी नस दब जाती है।
  • चोट लग जाने के कारण या किसी दुर्घटना के कारण नस दब सकती है।
  • शारीरिक मुद्रा का ठीक से नहीं होना जैसे ठीक से बैठना या ठीक से खड़ा नहीं होना।
  • ओस्टियोआर्थराइटिस की समस्या के कारण भी नस दब जाती है।
  • यदि रीढ़ की हड्डी का इस्तेमाल लंबे समय से एक ही गति में हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में रीढ़ की हड्डी में सूजन आ जाती है या वह क्षतिग्रस्त हो जाती है जिससे नस दबने लग जाती है।
  • वजन बढ़ना या शरीर में पानी का इकट्ठा होना जिस कारण दबाव बढ़ जाता है और नस दब सकती है।
  • रीढ़ की हड्डी में स्थित डिस्क (Disc) अगर सही रेखा में नहीं हैं, तो रीढ़ की हड्डी के अंदर से जाने वाली नसों पर प्रभाव पड़ने लगता है।




 

 
नस दबने के लक्षण : Symptoms of Pinched Nerve :
 
 
       शरीर के किसी भी हिस्से की नस पर दबाव पड़ सकता है। नस दबने से होने वाले लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं, कि शरीर के किस हिस्से की नस प्रभावित हुई है –
 
  • गर्दन की नस दब जाने के कारण चक्कर आने की शिकायत रहती है। गर्दन में दर्द होता है। गर्दन में सुई चुभने जैसा अनुभव होता है। गर्दन हिलाने पर दर्द बढ़ जाता है। आंखों में भी दर्द की शिकायत रहती है। सिर दर्द रहता है। कंधों में दर्द की शिकायत रहती है।
  • चक्कर आने की शिकायत रहती है।
  • बाजू सुन हो सकती है।
  • शरीर में सुई चुभने जैसा अनुभव होता है।
  • सिर घूमने जैसा अनुभव होता है।
  • गर्दन को हिलाने पर असहनीय दर्द होता है।
  • पैरों की नस दब जाने पर पैरों में दर्द होता है। पैर सुन हो सकते है। पैरों से चला नहीं जा सकता। रोगी के पैरों में बहुत कमजोरी आ जाती है। पैरों में झनझनाहट होती है। पैरों में कुछ चलने जैसा अनुभव होता है। पैर बहुत कमजोर हो जाती है। रोगी लड़खड़ा कर चलता है। पैर सूखने लगती है।




 

 

 

Read More –

ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण

मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार

STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है

ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण

CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण

COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण

WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण

LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS

CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES

WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENT




 

Leave a Comment