आप इस औषधि के प्रयोग से हृदय के दर्द और हृदय फेल होने वाले मरने वाले रोगियों को मिनटों में मरने से बचा सकते हैं। यह औषधि तमाम देशों के करोड़ों रोगियों को स्वस्थ बना चुकी और बना रही है। हृदय की सख्त कमजोरी, हृदय रोग के कारण सांस लेने में कठिनाई, हृदय की खराबी के कारण टखनों और शरीर के दूसरे अंगों में सूजन और पानी पड़ चुका हो, हृदय अधिक धड़कना और फड़फड़ाना, हृदय पर सुजन, हृदय में दर्द उठे, हृदय की मांसपेशियँ बहुत कमजोर, शरीर में सुईयां चुभती प्रतीत हो, हृदय का दर्द जो बाएं फेफड़े और बाएं बाजू तक प्रतीत हो, छाती जकड़ी हुई, नाड़ी कमजोर व अनियमित परंतु बहुत ही तेज, आंखों में टखनों में शोथ हो, एक बूढ़े रोगी के हृदय रोग में नाड़ी 104 बार प्रति मिनट चल रही थी। इस औषधि को देने से1-2 घंटे में ही नाड़ी नॉर्मल हो गई। हृदय में सख्त दर्द और हृदय फेल होने पर रोगी को मरने से बचाने के लिए 15 बूंदे औषधि थोड़े पानी में मिलाकर पिलाएं या औषधि वॉटर फॉर इंजेक्शन में मिलाकर इंजेक्शन लगाएं। हृदय की साधारण कमजोरी और हृदय रोगों में 5 – 10 बूँदें दिन में 3-4 बार पानी में मिलाकर पिलाते रहे
