Antimonium Tartaricum 30 Homoeopathic medicine symptoms and benefit in hindi

  Antimonium Tartaricum 30 Homoeopathic medicine symptoms and benefit in Hindi   




फेफड़ों में बलगम जमा होने के कारण घड़-घड शब्द सुनाई देने लगे बलगम से फेफड़े भरे रहे बहुत प्रयास करने के बाद भी बलगय न निकले अगर निकले तो बहुत थोड़ी मात्रा में निकले बच्चों और बूढ़ों के फेफड़ों की ऐसी अवस्था में इस मेडिसन का इस्तेमाल करना चाहिए कभी-कभी रोगी को मृत्यु से यह औषधि बचा लाती है फेफड़ों के हर प्रकार के रोग में जब छाती में बलगम भरा हो घड़ घड़ करता हो चाहे खांसी हो ब्रोंकाइटिस हो या सूखी या गीली खांसी हो तो इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए निमोनिया में खांसी का कभी बढ़ जाना तो कभी कम हो जाना इसका एक लक्षण है।

     अधिक मात्रा में उल्टी आने पर इस औषधि का सेवन करना चाहिए उल्टी के साथ कमजोरी आ जाने पर इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए अगर रोगी में आलस्य अधिक हो नींद आती हो तो उस समय यह अच्छा काम करती है।




 

      निमोनिया में रोगी जब फेफड़ों में बलगम बाहर जाने के बाद घड़घड़ाने लगता है और कमजोरी इतनी आ जाती है कि बलगम को बाहर नहीं निकाल सकता रोगी को नींद बहुत आती है तो उस समय इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए रोगी का चेहरा पीला और शरीर पर ठंडा पसीना आता है।

      बच्चों में पसली चलने पर इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए। नवजात शिशु का जब दम घुटता नजर आए चेहरा नीला पड़ जाए तब इस औषधि का इस्तेमाल करने से यह सारी समस्याएं ठीक हो जाती है।




     सांस की बीमारी में जब रोगी का दम घुटता है फेफड़ों में पर्याप्त हवा नहीं पहुंच पाती है लेटे रहने से खांसी बढ़ जाती है। फेफड़ों से घड़घड़ाहट की आवाज आती है उठ कर बैठने से रोगी को कुछ आराम मिलता है तब यह दवा देनी चाहिए।

     मृत्यु निकट आने पर सांस रुकने लगता है फेफड़ों के अंदर बलगम फंसा रहता है उस समय इस दवा को देने से रोगी की बेचैनी दूर हो जाती है और वह आराम से मरता है।

      रोगी को प्यास नहीं लगती है

सुबह 3:00 बजे दम घुटता है उठ कर बैठ जाने से आराम मिलता है।

थूक में खून मिला हुआ रहता है।




Modalities :

  • खांसी में बलगम बाहर जाने पर रोगी को आराम महसूस होता है।
  • बैठने से रोग में कमी आती है।
  • खुली हवा से रोग में कमी आती है।
  • गरम कमरे में रोग बढ़ जाते हैं।
  • ठंड से रोग बढ़ जाते हैं।
  • नमी से रोग बढ़ जाते हैं।
  • लेटने से रोग बढ़ जाते हैं।



 

 

Read More –

ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण

मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार

STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है

ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण

CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण

COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण

WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण

LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS

CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES

WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENT




Leave a Comment