Aconite 30 : होम्योपैथिक मेडिसिन एकोनाइट के फायदे in hindi

Aconite 30 : होम्योपैथिक मेडिसिन एकोनाइट के फायदे in hindi

  • एकोनाइट का मुख्य और प्रबल लक्षण भय है। किसी भी रोगी में भय अथवा मृत्यु के भय की उपस्थिति रहने पर इसका प्रयोग अवश्य करना चाहिए, मैटेरिया मेडिका की किसी अन्य औषधि में भय का लक्षण इतना प्रवल नहीं है जितना इस औषधि में है।
  • एकोनाइट का रोगी सड़क पार करते हुए डरता है कि कहीं मोटर की लपेट में ने आ जाए वैसे तो सब कोई मोटर की लपेट में आते हुए डरेगा, परंतु एकोनाइट का रोगी बहुत दूर से आती हुई मोटर से भी डरता है।
  • रोगी भीड़ में जाने से, समाज में जाने से डरता है। बाहर निकलने से डर लगता है।
  • रोगी का चेहरा घबराया हुआ रहता है। रोगी अपने रोग से इतना घबरा जाता है कि जीने की आशा छोड़ देता है। समझता है कि उसकी मृत्यु निश्चित है कभी-कभी अपनी मृत्यु की तारीख तय की भविष्यवाणी करता है डॉक्टर के आने पर कहता है डॉक्टर तुम्हारा इलाज व्यर्थ है मैं शीघ्र ही मर जाऊंगा घड़ी को देखकर कहता है कि जब घड़ी की सुई उस स्थान पर आ जाएगी तब मैं मर जाऊंगा।




 

  • जब कोई लड़की प्रथम बार गर्भवती होती है तब मां को पकड़कर रोती है कहती है इतने बड़े बच्चे को कैसे जन्म दे पाऊंगी मैं तो मर जाऊंगी उसे एकोनाइट 200 की एक खुराक देने से ही उसका डर जाता रहता है।
  • एकोनाइट का रोगी मानसिक घबराहट तथा शारीरिक बेचैनी के कारण बार-बार करवटें बदलता है परंतु उसके शरीर में पर्याप्त शक्ति बनी रहती है वह कभी उठता है कभी बैठता है कभी लेटता है। किसी तरह से उसे चैन नहीं मिलता है एकोनाइट के रोगी की बेचैनी मन और शरीर दोनों में बनी रहती है।
  • जब एक ही परिवार के 2 बच्चे एक मोटा ताजा और दूसरा पतला दुबला बाहर घूमने निकलते हैं सर्दी लग जाने के कारण मोटे ताजे बच्चे को सर्दी जल्दी लग जाती है घर पहुंचने पर उसे खांसी आती है जबकि दूसरा बच्चा दुबला पतला जो एक दो दिन बाद खांसी का शिकार होता है और बहुत तेज खांसी आती है।
  • यह औषधि पुराने गठिया के रोग में काम नहीं करती परंतु ठंड के मौसम में बाहर जाने पर ठंडी हवा के लग जाने से अगर जोड़ों में दर्द हो बुखार की शिकायत हो बेचैनी हो एकोनाइट बहुत लाभ करती है।
  • कभी-कभी ठंड लगने के कारण या किसी प्रकार के डर या मानसिक आघात के कारण फेफड़ों की छोटी-छोटी श्वसन नलिकाएं संकुचित हो जाती है और रोगी को अस्थमा तो नहीं होता परंतु अस्थमा जैसी शिकायत हो जाती है। इस प्रकार सांस लेने में कष्ट होता है। सांस जल्दी-जल्दी चलती है। घबराहट होती है। सांस लेने के लिए प्रयास करना पड़ता है। रोगी बिस्तर से सीधा उठकर बैठता है। गले में दर्द होता है। कपड़े उतार कर फेंक देता है। प्यास अधिक लगती है हृदय में दर्द का अनुभव होता है। डर लगता है और घबराहट से रोगी को पसीना अधिक आता है। त्वचा गरम रहती है तब इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए।




  • बुखार में एकोनाइट का विशेष लक्षण यह है कि रोगी जिस तरह लेटता है चेहरे के उस तरफ पसीना आने लगता है अगर वह करवट बदल ले तो चेहरे का पसीना वाला भाग सूख जाता है और दूसरा भाग किधर वह लेटा है उधर पसीना आ जाता है।
  • पुरुषों की अपेक्षा बच्चों और स्त्रियों के रोगों में एकोनाइट विशेष उपयोगी है इसका यह मतलब नहीं है कि पुरुषों में यह उपयोगी नहीं है क्योंकि बच्चे और स्त्रीया डर के शिकायत जल्दी हो जाते हैं इसलिए उनके लिए यह विशेष उपयोगी होती है डर से पुरुषों को किसी अंग पर सूजन तो नहीं आती परंतु स्त्रियों में सर्दी लगने या डर के कारण यूट्रस और ओवरी पर सूजन आ सकती है मासिक धर्म में गड़बड़ी आ जाती है कभी-कभी डर से गर्भपात होने की संभावना हो जाती है बच्चों में किसी भी एकोनाइट उसी हालत में काम करती है जब रोग डर के कारण उत्पन्न हुआ हो।
  • अगर कोई व्यक्ति ठंडी सूखी हवा में घुड़सवारी के लिए या पैदल घूमने के लिए निकलता है तो उसका चेहरा ठंडी हवा के संपर्क में आता है जिस कारण नर्वस सिस्टम सुन हो जाता है फिर दर्द शुरू हो जाता है दर्द बहुत तेज होता है दर्द में बेचैनी और जलन रहती है दर्द अचानक आ जाता है चाकू की काट की तरह चेहरे में दर्द होता है इस दर्द को एकोनाइट एकदम ठीक कर देती है।
  • एकोनाइट का रोगी कितना भी पानी पिएं जाए लेकिन उसकी प्यास नहीं बुझती एकोनाइट का रोगी बार-बार बहुत सा पानी पीता है।
  • एकोनाइट में जलन एक विशेष लक्षण है। हर प्रकार के दर्द में जलन होती है। सिर में जलन रहती है। नसों में जलन की शिकायत रहती है। रीढ़ में जलन रहती है। बुखार में जलन रहती है। कभी-कभी ऐसी जलन जैसे मिर्ची लग गई है।
  • सर्दी लग जाने से ठंडे पानी में नहाने से अचानक पेट में तेजी के साथ दर्द होने लगता है। ठंड के पेट में बैठ जाने से भयंकर दर्द, उल्टी, खून की उल्टी आदि होती है। उस समय रोगी कड़वे पदार्थ खाना चाहता है। पानी के अलावा उसे सब कुछ कड़वा लगता है।



 
 
 

 




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