Vitamin D : सनशाइन विटामिन D

विटामिन डी सही अर्थों में विटामिन नहीं बल्कि हार्मोन भी है जिसे हमारी त्वचा धूप के संपर्क में आने पर अपनी क्षमता अनुसार तैयार करती है 24000 में से लगभग 3000 जींस को जरूरत के हिसाब से सक्रिय और निष्क्रिय करने वाला विटामिन डी से आप लोगों का प्रत्यक्ष और परोक्ष कारण है। भारत में 70 फीसदी लोग विटामिन डी की कमी से और जबकि 15 फ़ीसदी उसकी अल्पता से ग्रसित हैं।

Vitamin D
Vitamin D

विटामिन डी की अधिकता भी खतरनाक हो सकती है बच्चों में विटामिन डी की अधिकता मात्र 2500 और बड़ों में 4000 आईयू प्रति दिन से अधिक होना नुकसान दे सकता है।धूप में त्वचा द्वारा तैयार होने वाला विटामिन डी से टाॅक्सिटी का डर नहीं है कारण यह है कि शरीर की जरूरत के हिसाब से विटामिन डी तैयार करने के बाद अतिरिक्त विटामिन डी तैयार नहीं करती है।

 धूप : कितनी और कब ?

शीशे से होकर आती धूप से हमारी त्वचा विटामिन डी नहीं बना सकती क्योंकि शीशा धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट बी,यूवीबी, किरणों को रोकती है जो विटामिन डी के लिए जरूरी है और अल्ट्रावायलेट ए यानी यूवीए शीशे को पार कर त्वचा में गहराई तक प्रवेश कर त्वचा को झुर्रीदार बनाने के अलावा स्किन कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।

सुबह और शाम के वक्त धूप में यूवीए किरण अधिक होती हैं जो त्वचा के लिए नुकसानदायक है इसलिए सुबह 10:00 बजे के बाद और 3:00 बजे से पहले धूप का सेवन विटामिन डी के लिए उपयोगी है।

सूरज की धूप लेने का तरीका यह है कि शरीर के अधिक से अधिक हिस्से को धूप में रखें और आप की छाया आपके कदम से हमेशा छोटी हो, रोजाना 20 से 30 मिनट का सेवन विटामिन डी के लिए उपयुक्त है।

विटामिन डी के प्रकार:

विटामिन डी के दो प्रकार हैं, विटामिन D2 या एल्गोकैल्सिफेराॅल और विटामिन D3 या काॅलिकैल्सिफेराॅल ।विटामिन d2 आमतौर पर वनस्पतिक खाद्य पदार्थों संरक्षित भोजन सामग्रियों में पाया जाता है जबकि विटामिन d3 मछलियों, अंडे, लीवर, मांस में मिलने के अलावा त्वचा द्वारा धूप के सेवन से शरीर में तैयार किया जाता है।

विटामिन डी, इंस्पेक्टर और इफेक्ट:

  • शोधकर्ताओं ने पाया कि विटामिन डी की कमी वाले लोगों में मूड को सक्रिय करने वाले हार्मोन सेरेटाॅनिन की मात्रा कम पाई जाती है।
  • अधिक वजन वाले लोगों में हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए विटामिन डी की अधिक मात्रा जरूरी है। ऐसे लोगों में विटामिन डी की कमी की संभावना अधिक है। शरीर में दर्द के साथ थकान रहती है।
  • यदि धूप में आपके सिर से पसीना अधिक आता है तो यह विटामिन डी की कमी का संकेत है
  •    शरीर में विटामिन डी की मात्रा अधिक होने पर कैंसर का बढ़ना 75 फ़ीसदी कम हो सकता है।
  • इम्यून सिस्टम को ठीक रखने वाली कोशिकाओं की सक्रियता में विटामिन डी की भूमिका है।
  • विटामिन डी की कमी को सप्लीमेंट और दिनचर्या में बदलाव से ठीक किया जा सकता है।

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