Urination Causes and Symptoms : पेशाब का रुकना कारण और लक्षण

Urination Causes and Symptoms : पेशाब का रुकना कारण और लक्षण

 पेशाब का रुकना कारण और लक्षण –  

   पेशाब रुकने का मतलब है, पेशाब की थैली में पेशाब को जमा होने पर भी आदमी पेशाब नहीं कर पाता है। पेशाब आने की संभावना होती है। लेकिन वह बाहर नहीं आता पेशाब रुकने से गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ता है। रोगी के पेट में अत्यधिक दर्द होता है। रोगी हर समय बेचैन रहता है। पेशाब अचानक या धीरे-धीरे बंद होता है। कभी-कभी पैशाब कि स्वयं ही बूंदे टपकने लगती हैं, अगर रोगी उसे रोकना चाहे तो वह रोक नहीं पाता है।

Urination Causes and Symptoms
Urination Causes and Symptoms

       पेशाब रुकने के कारण : Causes of urination:  

    प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने से पेशाब रुकता है। ऐसा अधिकतर वृद्धावस्था में होता है। यह ग्रंथि बढ़ने से पेशाब की थैली में पेशाब जमा होने पर भी वह बाहर नहीं निकलता है। पेशाब आने की संभावना बराबर होती है। लेकिन पेशाब करते समय बूंद-बूंद पेशाब होता है। पेट में दर्द होता है, प्रोस्टेट की तकलीफ काफी दिनों से होने पर भी पेशाब अचानक रुक जाता है। ऐसे में ही मूत्र मार्ग पर इंफेक्शन हो जाता है। प्रोस्टेट ग्रंथि को ऑपरेशन द्वारा निकाला जा सकता है।

     नली के मार्ग का चिपकने से मार्ग बंद होने से पेशाब रुक जाता है। ऐसा पहले कभी अगर रोगी को चोट आई हो या कैथेटर डाला हुआ हो या पुरुषों को कोई अन्य गुप्त रोग हुआ हो जिस कारण नली का टेढ़ा मेढ़ा मार्ग चिपक कर बंद हो जाता है। कई बार महिलाओं के गर्भाशय पीछे हटते हैं, पैर भारी होने के बाद गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है। तीन चार महीने की प्रेगनेंसी में गर्भाशय पीछे अड़ जाता है। जिससे मूत्र मार्ग में रुकावट आ कर पेशाब रुक जाता है।       मानसिक रोगों के कारण भी पेशाब बंद हो जाता है। रोगी को पेशाब करने की इच्छा होती है लेकिन पेशाब हो नहीं पाता है। अगर गर्भाशय में ट्यूमर, गांठ हो तो पेशाब रुक जाता है। गर्भाशय के कैंसर में पेशाब कई बार रुकता है। कैंसर सब जगह फैल जाता है। वह पेशाब की थैली को घेर लेता है। जिसके कारण पेशाब कर पाना संभव नहीं होता है और पेशाब बूंद बूंद करके आता है। पेशाब में बदबू आती है तथा खून और पानी आ सकता है।    

   बच्चों में पेशाब की नली के मुंह के पास जख्म होने से दर्द होने के कारण बच्चे पेशाब नहीं करते और पेशाब रुक जाता है। पथरी होने के कारण भी अक्सर पेशाब रुक जाता है। ऑपरेशन के बाद पेशाब रुक जाता है यह महिला तथा पुरुष दोनों के साथ हो सकता है। कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी पेशाब रुक जाता है। रीड की हड्डी के रोग के कारण ही पेशाब रुक जाता है। 

     पेशाब रुकने के लक्षण : Symptoms of urination:

  • रोगी को अत्यधिक बेचैनी बनी रहती है।      
  • रोगी पेशाब नहीं कर पाता है।
  • अत्यधिक दर्द होता है।
  • पेशाब थोड़ी-थोड़ी मात्रा में आता है।
  • पेशाब दर्द के साथ आता है।
  • पेट नीचे की ओर फूल जाता है।
  • नाभि के निचले भाग में बहुत तेज दर्द महसूस होता है।
  • पेशाब अत्यधिक जमा होने पर बूंद-बूंद करके चुने लगता है।
  • कभी-कभी पेशाब में पस और खून भी आता है।

 

पेशाब रुकने पर होने वाले गंभीर परिणाम : Severe consequences when urinating:

  • पेशाब में इन्फेक्शन होकर वह आस-पास के अंगों में फैल जाता है जिस कारण गंभीर रोग होने की संभावना बनी रहती है।
  • पेशाब अधिक इकट्ठा हो जाने पर पेशाब की थैली में खिंचाव आ जाता है जिस कारण रोगी को खून आ जाता है।   
  • पेशाब की थैली में पथरी हो सकती है जो अधिक घातक होती है।
  • ऑपरेशन के बाद पेशाब रुकने से ऑपरेशन की जगह इंफेक्शन हो सकता है और रोगी को खून भी आ सकता है।

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    पेशाब रुकने पर क्या नहीं करना चाहिए : What not to do when you stop urinating:
  • पेशाब रुकने पर पेशाब निकालने के लिए तिल्ली, नली, तार डालकर पेशाब कराने का प्रयास नहीं करना चाहिए। इससे संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है अथवा टिटनेस जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। बल्कि पेशाब की थैली आदि में चोट आने से वह फट सकती है। खून आ सकता है तथा जिस कारण रोगी की मृत्यु भी हो सकती है।
  • घर में कभी भी कैथेटर ने डाला जाए।

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