Jaundice ! पीलिया, पीलिया क्या है, पीलिया के कारण और लक्षण,

पीलिया क्या है ? – What is jaundice ? पीलिया शरीर के छिपे किसी अन्य रोग का लक्षण है। जिस रोग में व्यक्ति की आंखें पीले रंग की हो जाती है, साथ ही उसकी त्वचा और नाखून भी पीले रंग के हो जाते हैं, उसे पीलिया कहते हैं। नवजात शिशुओं में यह रोग सामान्य रूप से पाया जाता है इस रोग के लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं। इस रोग को पांडु रोग व कामला जाता है।
पीलिया होने के कारण :
  • लीवर की क्रिया बिगड़ने पर पित्त अच्छी तरह से अवशोषित नहीं होता और भी तो खून में मिलकर उसका रंग बदल देता है जिससे पीलिया हो जाती है।
  • जब लीवर से आंतों की ओर पित्त नहीं जाता तो पीलिया हो जाती है।
  • पित्त का लीवर में इकट्ठा होकर खून में संचार करने से शरीर पर पीलापन स्पष्ट दिखने लगता है।  
  • गाल ब्लैडर की नली में पथरी फस जाने से पित्त आंतों में न जाकर सीधा खून में शामिल हो जाता है जिससे पीलिया हो जाती है।    
  • पीलिया उन लोगों को अधिक होता है जिनके पाचन क्रिया में खराबी होती है।
  • स्त्रियों में मासिक धर्म अधिक होने पर।
  • शरीर में खून का अत्यधिक कम हो जाने पर।
  • अगर रोगी में पोष्टिक आहार की कमी रही हो तो उसे पीलिया हो सकता है।
 
पीलिया के कुछ अन्य कारण : 
 
  • पीलिया प्राय मलेरिया टाइफाइड आदि रोगों के बाद भी हो सकता है।
  • मानसिक तनाव, क्रोध, चिंता, तनाव आदि से भी पीलिया रोग हो सकता है।
  • पीत्त के गाढा हो जाने पर।
  • लीवर का सिकुड़ना, लीवर का फैल जाना, लीवर पर चर्बी की तरह जम जाना, लीवर की कार्यप्रणाली में विशेष परिवर्तन आ जाना, लीवर का कठोर हो जाना आदि कारणों से पीलिया रोग पैदा हो सकता है।
  • पेट, पैंक्रियास, लीवर, पित्त की थैली पर सूजन हो जाने पर या उनमें रसोली हो जाने पर भी पीलिया रोग हो जाता है।
  • अंधेरे कमरे में रहना और गंदा पानी पीना।
  • अल्कोहल का सेवन करने वाले लोगों में यह रोग विशेषकर होता है।
 
याद रहे –
 
  • गंदी और घनी बस्तियों में पीलिया होने की अधिक संभावना रहती है।
  • जहां लोग गंदे तालाब आदि का पानी पीते हैं।
  • पीलिया रोग गर्मी की अपेक्षा सर्दियों में अधिक होता है।
  • आमतौर पर यह रोग युवाओं और बच्चों में अधिक होता है।
 
पीलिया के लक्षण –
 
  • रोगी को भूख नहीं लगती है।
  • रोगी को पेशाब पीला होता है।
  • किसी भी चीज की कोई इच्छा नहीं रहती।
  • पीलिया के लक्षण के साथ लीवर के बढ़ जाने पर कैंसर की संभावना होती है।
  • रोगी की आंखें पीली हो जाती है।
  • पीलिया रोग हो जाने पर सब कुछ पीला सा दिखता है।
  • त्वचा का रंग भी पीला हो जाता है।
  • मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है।
  • रोगी को हर समय आलस्य रहता है और हिचकी आती है।
  • रोगी को खुजली भी हो सकती है।
  • शरीर में खून की कमी हो सकती है।
  • वसा का पाचन नहीं होता।  
 

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याद रहे –
 
     रोग पुराना हो जाने पर पैर, हाथ, मुंह आदि पर सूजन आ जाती है। त्वचा का पीला पड़ जाना तथा आंखों के सफेद भाग में पीलापन झलकना पीलिया के प्रमुख लक्षण हैं। इसके अतिरिक्त पेशाब भी पीले रंग का आता है। त्वचा पर पीलापन आने से पहले त्वचा पर खुजली होती है।
 

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