Infective Pharyngitis Symptoms and Causes : इन्फेक्टिव फैरिंजाइटिस के लक्षण, कारण इन्फेक्टिव फैरिंजाइटिस क्या है ?What is infective pharyngitis? इसमें रोगी को गले में घुटने जैसा कष्ट होता है। इसमें रोगी के गले में अत्यधिक दर्द रहता है। गले में सूजन आ जाती है। रोगी ठीक तरह से बोल नहीं सकता। रोगी को सांस लेने में अत्यधिक समस्या होती है। इस रोग में गले की ग्रंथि अत्यधिक सूज जाती हैं और उनमें छूने से भी दर्द होता है। यह रोग वायरस और बैक्टीरिया के द्वारा होता है।
इन्फेक्टिव फैरिंजाइटिस का कारण :Causes of infectious pharyngitis: यह रो मुख्यतः स्ट्रैप्टोकोकस, स्टेफाइलोकोकस ओरियस, न्यूमोकोकस वायरस द्वारा होता है। यह मुख्यत: अशुद्ध वायु वाले वातावरण में रहने से अधिक होता है। जिन व्यक्तियों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन्हें यह रोग जल्दी हो जाता है। जो व्यक्ति लंबे समय से संक्रमित बस्तियों में रह रहे हैं उन्हें यह रोग होने की पूरी संभावना रहती है।
इन्फेक्टिव फैरिंजाइटिस के लक्षण : Symptoms of infective pharyngitis :
- निगलने में कष्ट होता है।
- कान में दर्द रहता है।
- शरीर का तापमान 102 से 105 डिग्री फारनहाइट तक रहता है।
- रोगी को ठंड लगती है।
- गर्दन की लसीका ग्रंथियों में वृद्धि हो जाती है और उन्हें दबाने से दर्द होता है।
- सांस की नली में सूजन आ जाती है।
- गले में खराश रहती है।
- सारे शरीर में दर्द रहता है।
- रोगी को खांसी बनी रहती है।
- आवाज में भारीपन रहता है।
- रोगी की नब्ज तेज चलती है।
- थूक निगलते समय दर्द होता है।
- बोलते समय भी रोगी को दर्द होता है।
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- मुंह खोलने में कष्ट होता है।
- सांस में भी बदबू होती है।
- रोगी को सर्वाइकल की बीमारी हो जाती है।
- टॉक्सीमिया के लक्षण पैदा हो जाते हैं।
- कभी-कभी खून के माध्यम से दूसरे अंगों में जाकर भी संक्रमण हो जाता है।
- रोग अधिक बढ़ जाने पर गुर्दों और हृदय पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।