Fistula ! भगंदर होने के कारण और लक्षण । Fistula in Hindi

भगंदर क्या है ? – what is fistula ? मलमार्ग (गुदा) के अंदर के भाग में एक या एक से अधिक फुंसियां होती हैं। यह फुंसी पकती हैं और इनमें से मवाद व रक्त निकलता जाता है और कुछ गहराई में उतरती चली जाती हैं परिणाम स्वरूप नासूर बन जाता है जिसे भगंदर कहते हैं।
यह एक अत्यंत कष्टदायक रोग है। फुंसियों से मवाद व रक्त बहता है। इन फुंसियों में बहुत दर्द होता है और रोगी को उठते – बैठते, चलने – फिरने में अत्यंत कष्ट होता है। यह फुंसियां आसानी से नहीं सूखती जिसके कारण घातक घाव बन जाते हैं। कई बार नासूर आगे बढ़ता है और दूसरी तरफ भी अपना मुंह खोल लेता है । जिसे एक ऐसी नली की स्थिति बनती है, जिसके मुंह दोनों तरफ खुलते हैं । कभी-कभी तो ऐसा भी होता है कि भगंदर एक दूसरा मुंह नितंब या जांथ तक पहुंचकर खुलता है। और देखें – बवासीर कारण लक्षण और उपचार भगंदर होने के कारण :
  • पुरानी कब्ज होने पर भगंदर की समस्या हो सकती है।
  • अत्यधिक साईकिल चलाने से भी भगंदर की समस्या हो जाती है।
  • बहुत ज्यादा ठंडी या गीली जगह में लगातार बैठे रहना।
  • साफ सफाई का ध्यान नहीं रखना।
  • चोट या खरोच लगने से भगंदर की समस्या हो सकती है।
  • घोड़े की लंबे समय तक सवारी करते से।
  • लगातार कई कई घंटों तक कुर्सि या आसन पर बैठकर काम करना।
  • यदि मलद्वार में कोई फुंसी या फोड़ा हो जाए और उसके प्रति लापरवाही बरती जाए तो वह भी भगंदर के रूप में परिवर्तित हो जाता है।
  • यदि मलद्वार कट जाए या छिल जाए भगंदर ही समस्या हो जाती है।
  • मलद्वार के आसपास कीड़े होने पर भी भगंदर की समस्या हो सकती है।

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लक्षण:
  • मलद्वार में छोटी फुंसी होती है एक बार मिट जाने के बाद भी वह बार-बार हुआ करती है।
  • मलद्वार में खुजली तथा दर्द होता है।यह दर्द बैठते समय और मल त्याग के समय और अधिक बढ़ जाता है।
  • फुंसियां लाल रंग की हो सकती हैं।
  • फुंसियों से हल्की गर्माहट लिए पीप निकलता है।
  • फुंसियों में बहुत तेज दर्द होता है।
जब भगंदर बिगड़़ जाता है तो उसी जगह एक सुराग हो जाता है। पकने पर उसमें से लाल रंग का झाग या मवाद बहने लगती है। घाव अधिक हो जाने पर उसमें सेेे मल मूत्र भी निकलते हैं, जब भगंदर होने वाला होता है, तब कमर तथा हड्डियों में सुई चुभने जैसा दर्द, जलन, खुजली आदि कष्ट होते हैं। YouTube channel 👈

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