Cimicifuga Racemosa 30 CH Symptoms and uses in hindi

 पीरियड के समय रोग की तकलीफ बढ़ जाती है। जितनी मात्रा में रुधिर जाता है उतनी ही तकलीफ बढ़ जाती है पीरियड के दिनों में स्त्री में उदासी रहती है मांसपेशियों में कंपन होता है रोगी जिस तरफ लेटता है उस तरफ की मांसपेशियां धड़कने लगती है बेचैनी से वह बिस्तर में करवटें बदलता है जिस कारण उसे नींद नहीं आती पीरियड निकल जाने के बाद यह सारी समस्याएं जाती रहती हैं।

    जब रोगी बिस्तर में सोने के लिए जाता है वह जिस तरफ लेटता है उस तरफ की मांसपेशियों में कंपन होने लगता है अगर वह कमर के बल लेट जाता है तो कमर की मांसपेशियों में कंपन शुरू हो जाता है कंधों में कंपन शुरू हो जाता है दाएं बाएं सीधे किसी भी तरह लेटने से उसी तरह कंपन होना शुरू हो जाता है यह कंपन उसे बेचैन कर देता है और वह सो नहीं सकता कभी कंपन कभी सुन पर कभी दर्द आदि समस्याएं दिखाई दे सकती हैं उस समय इस मेडिसन के इस्तेमाल से यह सारी समस्याएं ठीक हो जाती है।




    कभी-कभी रोगी के शारीरिक लक्षणों को तेज दवाइयों से दवा दिया जाता है परंतु वे दबकर और गहराई में जाकर मानसिक लक्षणों को उत्पन्न कर देती है उदाहरण के लिए अगर गठिया रोग को दवा दिया जाए तो रोगी का मानसिक संतुलन खराब हो जाता है कभी-कभी गठिया भी ठीक हो जाता है मानसिक संतुलन भी बना रहता है परंतु दस्त आने लगते हैं पेट में दर्द होने लगता है स्त्रियों में गर्भाशय से खून आने लगता है। शारीरिक लक्षण हटकर मानसिक लक्षण प्रकट होना या मानसिक लक्षण हटकर शारीरिक लक्षण प्रकट होना इस औषधि में पाया जाता है एक्टिया रेसिमोसा का रोगी आकर कहता है कि उसके सारे शरीर में दर्द हो रहा है। जिस तरफ भी लेट का है उस तरह की मांसपेशियां भड़कने लगती हैं इस कारण वह उठ बैठता है इस कारण रात को नींद नहीं आती अगली बार आकर अपने शारीरिक कष्ट की कोई बात नहीं कहता सिर्फ इतना कहता है कि जी घबरा रहा है कुछ करने को मन नहीं कर रहा है रो रो कर अपना दिल हल्का कर लेता है रोने को जी करता है शारीरिक लक्षण के दब जाने पर मानसिक लक्षण का प्रकट हो जाना और मानसिक लक्षणों के दब जाने पर शारीरिक लक्षणों का प्रकट हो जाना इस औषधि का विशेष गुण है।




    अगर तीसरे महीने गर्भपात हो रहा है तो ऐसी अवस्था में प्रसव के 1 या 2 माह पहले गर्भवती स्त्री को एक्टिया रेसिमोसा 3x हर 3 घंटे बाद इस्तेमाल करना चाहिए इसके इस्तेमाल करने से गर्भपात नहीं होता है। 

लास्ट महीने में गर्भवती स्त्री को इसे लगातार देने से बच्चा सरलता पूर्वक से हो जाता है।

गठिया रोग में केवल मांसपेशियों और जोड़ों में ही दर्द नहीं होता सारे शरीर में दर्द होने लगता है नसों में दर्द की शिकायत रहती है यूट्रस में दर्द की शिकायत रहती है सिर पर रोगी ठंडी हवा चाहता है।




What is cimicifuga 30 used for?

    Cimicifuga racemosa is one of the herbs used to treat the climacteric syndrome, and it has been cited as an alternative therapy to estrogen. Apart from hectic fevers, dyspareunia, and so on, dry mouth increases significantly after menopause.




Leave a Comment