Chikungunya Symptoms, Causes and Avoid : चिकनगुनिया के कारण, लक्षण और बचाव

Chikungunya Symptoms, Causes and Avoid : चिकनगुनिया के कारण, लक्षण और बचाव

चिकनगुनिया क्या है ? What is chikungunya?

     चिकनगुनिया एक संक्रामक रोग है, जो मच्छरों द्वारा मनुष्य को फैलता है। इस वायरल रोग के कारण बुखार और जोड़ों में दर्द रहता है। बहुत अधिक दुर्लभ मामलों में रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। इसके लक्षण लंबे समय तक रहते हैं और रोगी को कमजोर करते जाते हैं। इसकी अभी कोई दवाई या टीका विकसित नहीं हुआ है। लेकिन लक्षणों के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। चिकनगुनिया का मतलब होता है ‘झुक कर चलना’ इस रोग से पीड़ित व्यक्ति जोड़ों में दर्द के कारण झुक कर चलता है। 

चिकनगुनिया के कारण : Causes of Chikungunya:

    चिकनगुनिया रोग वायरस के द्वारा होता है। यह संक्रमित मच्छर के काटने से होता हैं। जब कोई मच्छर किसी चिकनगुनिया से पीड़ित व्यक्ति को काटता है तो चिकनगुनिया के वायरस उस मच्छर के अंदर चले जाते हैं जब है मच्छर किसी स्वस्थ मनुष्य को काटता है तो वह चिकनगुनिया के वायरस उस मनुष्य के अंदर छोड़ देता है जिस कारण वह मनुष्य भी संक्रमित हो जाता है। 




     यह मच्छर दिन के समय अधिक काटते हैं। खासतौर पर सुबह और शाम के समय काटते हैं। यह मच्छर घर के बाहर और घर के भीतर दोनों जगह पर काट सकते हैं। यह मच्छर रुके हुए पानी जैसे पानी के टैंकर, टैंक आदि में पनपते हैं। चिकनगुनिया के वायरस को एक जगह से दूसरी जगह फैलने के लिए एक एजेंट की आवश्यकता होती है अर्थात यह एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में नहीं फैलता यह मच्छरों द्वारा फैलता है जब कोई मच्छर किसी रोगी व्यक्ति को काटता है तो वह अगर किसी स्वस्थ मनुष्य को काट ले तो वायरस उसके शरीर में छोड़ देता है। चिकनगुनिया का संक्रमण 2 से 12 दिन का होता है। लेकिन कुछ रोगियों में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। चिकनगुनिया का वायरस बंदरों को भी प्रभावित करता है। अफ्रीका में इस रोग के फैलने का प्रमुख कारण बंदर ही है।




चिकनगुनिया के लक्षण : symptoms of chikungunya :

  • शुरू में रोगी को ठंड के साथ बुखार आता है।
  • रोगी के जोड़ों में दर्द होता है।
  • जोड़ों का दर्द कमजोर करने वाला होता है अर्थात जोड़ों के दर्द के कारण रोगी को कमजोरी आ जाती है।
  • रोगी की त्वचा पर लाल चकत्ते उभर आते हैं।
  • सिर में दर्द रहता है।
  • उल्टी आती हैं।
  • रोगी को चक्कर आते हैं।
  • रोगी को थकावट रहती है।
  • अगर किसी व्यक्तियों को गठिया रोग या जोड़ों का दर्द है तो इस रोग के होने पर दर्द और अधिक बढ़ जाता है।
  • यह रोग बुजुर्गों और युवाओं को अधिक होता है।
  • रोगी की भुख अत्यधिक कम हो जाती है।
  • रोगी को हर समय बेचैनी बनी रहती है।
  • इस रोग से आंखों पर भी असर पड़ता है आंखों की रोशनी धुंधली हो सकती है।
  • चिकनगुनिया रोग के कारण हृदय प्रभावित हो जाता है।




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चिकनगुनिया से बचाव : Avoid Chikungunya:
 
  • शाम के समय खिड़कियां बंद कर ले जिससे मच्छर घर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाए।
  • मच्छरों से बचने के लिए शरीर को अच्छी तरह से ढक कर रखें।
  • अपने आसपास पानी जमा न होने दें।
  •  अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।   
  • घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
  • पूरी वाहों वाले कपड़े पहने, हो सके तो पूरे शरीर को ढकने वाले ही कपड़े पहने।
  • मच्छरों को बाहर रखने के लिए एयर कंडीशनर का प्रयोग करें।
  • मच्छरदानी का प्रयोग करें।
  • घर के बाहर या घर में उपस्थित गमलों में पानी जमा न होने दें।

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