Calcarea Sulphurica Homoeopathic medicine Symptoms and Banefit in hindi

  • ठंडे पानी से नहाने पर रोग में कमी आ जाती है।
  • खुली हवा से रोग में कमी आ जाती है।
  • फोड़े फुंसी की सेक से रोग में कमी आती है।
  • शरीर पर रोगी कपड़ा नहीं रखना चाहता।
  • रोगी किसी का स्पर्श नहीं सह सकता है।
  • ठंडी हवा से रोग बढ़ जाते हैं।




      यह मेडिसन कैलकेरिया और सल्फर के मिलने से बनती है इसलिए जहां कैलकेरिया और सल्फर दोनों के लक्षण मिलते-जुलते पाए जाए और डॉक्टर को यह समझ में नहीं आए कि कौन सी मेडिसिन देनी चाहिए तो उस समय कैलकेरिया सल्फ्यूरिका का इस्तेमाल करना चाहिए।
 

शरीर के अगर किसी भी भाग में पस बन जाए तो इस मेडिसिन का इस्तेमाल करना चाहिए पस पीले रंग का रहता है और लगातार बहता रहता है घाव को भरने में बहुत देर लगती है तो उस समय इस मेडिसिन के इस्तेमाल करने से घाव बहुत ही जल्दी पर भर जाता है और पस निकलना बंद हो जाता है। 




     डॉक्टर नैश के पास एक रोगी को लाया गया जिसके गुर्दे में लगातार दर्द रहता था उसके पेशाब में पस की बहुत अधिक मात्रा जाती थी और यह पस कई दिन तक जारी रहा डॉक्टर नैस ने पस निकालने के लिए कैल्केरिया सल्फ दिया और रोगी को लाभ हुआ अगर शरीर के किसी भी भाग से पस बहता हो पस पीले रंग का हो तो यह मेडिसन ठीक कर देती है यह ल्यूकोरिया में भी बहुत अच्छा काम करती है। 

Uses –

     डॉक्टर कैंट कैल्केरिया सल्फ को 12x में इस्तेमाल करते हैं थे उसके 30x देते थे वह सबसे बाद में 200x शक्ति का प्रयोग करते थे. डॉक्टर कैंट का कहना था कि कैलकेरिया सल्फ हाई पोटेंसी में बहुत अच्छा काम करती है। 

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