Anacardium Homoeopathic medicine benefit in hindi
याददाश्त बढ़ाने के लिए इस मेडिसिन का विशेष रूप से प्रयोग करना चाहिए अगर कोई व्यक्ति अपने बच्चे को पहचानने से इंकार कर दे या कभी उसे पहचाने और कभी न पहचाने तो इस मेडिसन का इस्तेमाल करना चाहिए। स्त्रियां अपने बच्चे और पति को भी पहचानने से इंकार कर देती हैं
स्वस्थ मनुष्य को शरीर और मन के अलग-अलग होने की अनुभूति नहीं होती है। लेकिन रोगी को हर समय यह ख्याल आता रहता है कि यह दोनों अलग-अलग हैं रोगी को ऐसा लगता है कि उसके भीतर दो मन है उनमें से एक उसे जो कुछ करने को कहता है दूसरा उसे करने से रोकता है वह निश्चित नहीं कर सकता कि क्या करें उसके भीतर से उसे आवाज आती है यह करो दूसरी आवाज आती है यह न करो तो उस समय इस मेडिसिन का इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी को ऐसा अनुभव होता है जो कुछ है वह सब व्यर्थ है अवास्तविक है पति पत्नी और बच्चे कुछ नहीं है तो उस समय इस मेडिसिन का इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी को हर किसी शक रहता है चलते हुए बार-बार पीछे देखता है क्योंकि उसे शक होता है कि कोई उसका पीछा कर रहा है लगता है कि एक कंधे पर शैतान बैठा है दूसरे पर फरिश्ता बैठा है।
रोगी बिना हंसी की बात पर हंसने लगता है और हंसी की बात पर शांत हो जाता है इस प्रकार के मानसिक लक्षण में इस औषधि का उपयोग करना चाहिए।
जब रोगी का पेट खाली होता है तो उस समय पेट में दर्द होता है खाने से पेट दर्द खत्म हो जाता है खाना हजम हो जाने पर रोगी की तबीयत बिगड़ने लगती है। सिर दर्द की शिकायत रहती है पेट दर्द शुरू हो जाता है तो उस समय ऐनाकार्डियम का इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी को मल त्यागने की इच्छा होती है लेकिन गुदा की मांसपेशियों में कमजोरी आ जाने के कारण रोगी को मल नहीं आता या बहुत कम आता है पूरी तरह से मल बाहर नहीं निकलता बहुत थोड़ा थोड़ा निकलता है मल नहीं निकलने के कारण आंतों में मल इकट्ठा होने लगता है।
इस औषधि का मन पर विशेष प्रभाव पड़ता है मानसिक दुर्बलता आ जाती है मानसिक दुर्बलता का यह लक्ष्मण पाया जाता है की पढ़ने वाले बच्चे देर तक मानसिक काम करने के बाद इतना थक जाते हैं कि एग्जाम में पास होने का डर उन्हें सताने लगता है रोगी ठंड को सहन नहीं कर सकता एग्जाम से पहले घबराहट होने लगती है तो उस समय इस मेडिसिन का इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी को लगातार कई रातों तक नींद नहीं आती है कुछ दिनों तक तो ठीक नींद आती है परंतु फिर नींद न आने की शिकायत बनी रहती है तो उस समय इस औषधि का इस्तेमाल करना चाहिए.
Modalities :
- खाने के बाद रोग में कमी का आना।
- गर्म पानी से नहाने पर रोग में कमी।
- क्रोध करने पर रोग बढ़ जाते हैं।
- डरने से भी रोग बढ़ जाते हैं।
- ठंड से रोग बढ़ जाते हैं।
- खुली हवा में रोग बढ़ जाते हैं.
Read More –
ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण
मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार
STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है
ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण
CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण
COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण
WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण
LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS
CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES
WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENT