SBL Adonis Vernalis 30 ch के फायदे in hindi – Adonis Vernalis 30 Symptoms and uses in hindi

 

SBL Adonis Vernalis 30 ch के फायदे in hindi – Adonis Vernalis 30 Symptoms and uses in hindi.

 

SBL Adonis Vernalis 30 ch के फायदे in hindi - Adonis Vernalis 30 Symptoms and uses in hindi

 

एडोनिस वर्नेलिस ( ADONIS VERNALIS Q )

 

यह एक हृदयौषधि है। गठियावात या इनफ्लुएजा या वृक्क के व्यपजननीय रोग जिनमे शोथ, उच्चरक्तचाप एल्ब्युमिन एवं रक्त आदि विशेष लक्षण होते हैं (ब्राइटस डिसीज) के पश्चात् जब हृदय की पेशियों के ऊतकों में वसा के जमा हो जाने से क्षय की स्थति (falty degeneration) उत्पन्न हो जाने पर नाडी की गति को नियमित करती है और हृदय की संकोचन शक्ति को बढ़ाती है साथ ही अधिक मात्रा में मूत्र का निस्सारण करती है। हृदयरोग जनित शोफ (cardiac dropsy) की महत्वपूर्ण औषधि है। प्राणशक्ति में कमी (low vitality) के साथ हृदय में कमजोरी रहती है। एवं नाड़ी धीमी और क्षीण होती है। जलवक्ष (hydrothorax), जलोदर (ascites)। सर्वांगशोफ (anasarca)।

 

 

आमाशय- पेट में भारी बजन की अनुभूति कुतरने जैसी तीव्र भूख अधिजठर प्रदेश में कमजोरी की सी अनुभूति घर के बाहर यानि खुले में अच्छा अनुभव करना।

 

हृदय– द्विकपाट (mitral valve) एवं महाधमनी के रक्त का पश्चात् गमन (aortic regurgitation) | जीर्ण महाधमनी शोथ (chronic aortitis) | वसाजन्य हृदयावरण शोध (fatty heart pericarditis) | • वातरोगजन्य अन्तर्हदय शोथ (theumatic endocarditis) (कैल्मिया)। पुरोहदीय दर्द, धड़कन, एवं श्वासकृच्छ्रता (dyspnoea) शिराओं में रक्त का अधिक संचित होना हृदयरोग जनित दमा (क्येबेको)। वसाजन्य हृदय विकृति (fatty heart) हृदपेशी शोध (myocarditis), अनियमित हृदय किया, संकीर्णन एवं घुमेरी दुत अनियमित नाड़ी।

 

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मुख– लसलसा (slimy) | जीभ गन्दी पीली वेदनामय (sore). झुलस जाने की सी अनुभूति .

 

सिर– हल्का अनुभव होता है, वेदना अग्रभोग से आरम्भ होकर सिर के पिछले भाग से होती हुई. कनपटियों से लेकर आँखों तक होती है। उठते समय सिर को जल्दी-जल्दी घुमाने से या लेटने पर चक्कर आते हैं। कानों में तरह-तरह की आवाजें होती हैं (tinnitus)। खोपडी की त्वचा (scalp) कसी हुई प्रतीत होती है। आँखें फैल जाती है।

 

निंद्रा -भयानक डरावने सपनों के साथ बेचैनीपूर्ण निद्रा।

 

मूत्र– मूत्र में तेल के से बुलबुले तैरना मूत्र कम एवं एल्ब्युमिन युक्त.

 

 

 श्वसन संस्थान– बारम्बार लम्बी लम्बी सांस लेने की इच्छा छाती पर बोझा रखा होने की अनुभूति ।

 

 

  बाह्यांग– गर्दन के पिछले भाग में वेदना मेरुदण्ड में जकड़न एवं वेदना (कसक)। शोफ (oedema)।

 

सम्बन्ध

 एडोनिडिन– (Adonidin) हृदय को ताकत देती है (cardiac tonic) एवं मूत्र निस्सारक (diuretic) है। चौथाई ग्रेन प्रतिदिन या 1X विचूर्ण का 2 से 5 ग्रेन की मात्रा धमनियों में दबाव बढ़ाती है एवं धमनी प्रसार (diastole) को बढ़ाती है जो शिराओं में अधिक भरे हुए रक्त की मात्रा को कम कर देती है। यह डिजिटैलिस का अतिउत्तम विकल्प है एवं संचित क्रिया नहीं करती है।

 

तुलना करे-

डिजिटेलिस: कैटेगस, कनवैलेरिया स्ट्रोफेन्थस

 

मात्रा– मूलार्क की 5 से 10 बूँदें।

 

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