Pyorrhoea (पायरिया) मसूड़ों से पस व रक्त निकलना

      दांतों में मैल जम जाने से सड़न उत्पन्न हो जाती है सड़न के प्रभाव से मसूड़े ढीले तथा कमजोर हो जाते हैं और मसूड़ों में सूजन आ जाती है। यह सूजन जब पुरानी हो जाती है तब उसमें पस पड़ जाता है। इसे आम भाषा में मसूड़ों की सूजन कहा जाता है। यह रोग दांतो तथा मसूड़ों का सबसे बड़ा दुश्मन है।

 

      पायरिया होने के कारण:

  • लापरवाही की वजह से ज्यादातर लोग बचपन में इस रोग की चपेट में आ जाते हैं क्योंकि छोटे बच्चे हर वक्त कुछ न कुछ खाते रहते हैं ऐसे में उनके दांतो की सफाई नहीं हो पाती इसलिए अधिकतर बच्चों के दांत खराब हो जाते हैं।
  • चॉकलेट और आइसक्रीम से सबसे अधिक नुकसान होता है तथा बच्चे सबसे अधिक यही दोनों चीजें खाना पसंद करते हैं दरअसल चॉकलेट के छोटे छोटे कण दातों से चिपक जाते हैं और जब रात को बच्चे दांतो की सफाई किए बगैर सो जाते हैं तो उनके दांतों में चिपके चॉकलेट कण में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं के प्रभाव से सड़न पैदा होने लगती है इससे मुंह में बदबू भी पैदा होती है ऐसे में अगर महीनों तक दांतों की ठीक से सफाई नहीं की जाए तो मसूड़ों से खून के साथ पस भी निकलता है जो पायरिया का रूप है।
  • दांतों की नियमित रूप से रोजाना सफाई न करने से पायरिया हो सकता है।
  • विटामिन सी की कमी से पायरिया रोग होता है।
  • अगर रोगी को बहुत लंबे समय से कब्ज है तो उसे पायरिया होने की संभावना बनी रहती है।
  • पेट में गैस बनना भी पायरिया का एक कारण है।
  • दांतों में कीड़े लगना।
  • हमेशा मीठे पदार्थ खाते रहना।
  • रात में दूध पीकर या भोजन करके दांतों की सफाई नहीं करने से।
  • अत्यधिक गर्म चाय या कॉफी पीने से पायरिया रोग होता है
  • कमजोरी भी इस रोग का एक कारण है।
  • मसूड़ों में लगातार सूजन बनी रहे तो यह आगे चलकर मसूड़ों से खून व पस निकलने लगता है।
  • भोजन में विटामिन बी कॉन्प्लेक्स की कमी हो जाने के कारण।
  • मसूड़ों पर चोट व खरोच लग जाने से भी यह रोग होता है।
  • अगर कोई गर्म पदार्थ पीता है उसके तुरंत बाद ठंडा पानी पी लेता है तो उसे पायलिया हो जाता है।
  • रात दिन फ्रिज आदि का ठंडा पानी पीने से अथवा बर्फ के टुकड़े खाते रहने से पायरिया हो सकता है।
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         आधुनिक चिकित्सा  विज्ञान इस रोग का प्रमुख कारण बैक्टीरिया को माानते हैं। मुंह की सफाई न करने से मुंह में बैक्टीरियाा हो जातेे हैं दूषित पदार्थों का सेवन करने से बैक्टीरिया का आक्रमण दांतों और मसूड़ों पर होता है।

पायरिया होने पर क्या लक्षण हो सकते हैं:

  • रोगी के मुंह से बदबू आने लगती है।
  • मसूड़े सूज जाते हैं।
  • मसूड़ों को दबाने से दर्द होता है।
  • दांत पीले हो जाते हैं।
  • मसूड़ों से ठीक सटे दांतो के निचले भाग पर मेल की एक कड़ी परत जम जाती है।
  • मसूड़ों से खून या खून के साथ पस आने लगता है।
  • मसूड़े ढीले पड़ जाते हैं जिससे दांतो की पकड़ कमजोर हो जाती है और दांत हिलने लगते हैं।
  • रोगी बुखार तथा जोड़ों के दर्द की शिकायत करता है और जोड़ों में सूजन भी आ जाती है।
  • आगे चलकर रोगी के दांत खोखले वे टूटे-फूटे से दिखाई देने लगते हैं।
  • रोगी का मुंह हर समय चिपचिपा सा बना रहता है। खुद रोगी को अपना मुंह ठीक नहीं लगता। मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है रोगी हमेशा मसूड़ों और दांतों को लेकर दुखी रहता है।
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  1. सुबह और रात को सोने से पहले दांतो की सफाई अवश्य करनी चाहिए।
  2. नाश्ता और भोजन के बाद उंगली से रगड़- रगड़ कर दांतो को सफाई कर लेना चाहिए।
  3. ज्यादा गर्म चाय व कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
  4. कोई भी गर्म पदार्थ पीने के बाद तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
  5. दांतों को वार वार कुरेदना नहीं चाहिए

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 पायरिया से बचाव के उपाय:

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