Brain stroke : स्ट्रोक के कारण, लक्षण और बचाव

  स्ट्रोक क्या है ? What is stroke      जब मस्तिष्क में खून की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पाती या मस्तिष्क की नस फट जाए तो रोगी को स्ट्रोक हो जाता है। यह दोरे की तरह हो सकता है। मस्तिष्क की नस फट जाने के कारण पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। फिर मस्तिष्क की कोशिकाएं मरना शुरू हो जाती है और मस्ती क्षतिग्रस्त होने लगता है। जिस कारण रोगी को विकलांगता या मृत्यु भी हो सकती है।   स्ट्रोक के कारण : Causes of stroke    स्ट्रोक मस्तिष्क में खून की आपूर्ति बाधित होने के कारण होता है। खून की आपूर्ति न होने के कारण मस्तिष्क में पोषक तत्वों और ऑक्सीजन की कमी आ जाती है जिस कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती है। स्ट्रोक मस्तिष्क की धमनियां फटने के कारण ही होता है। इस्कीमिक स्ट्रोक –     इस्कीमिक स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क की धमनियों में रुकावट आ जाती है। यह रुकावट मस्तिष्क में सूजन आदि के कारण हो सकती है।    थ्रोम्बोटिक स्ट्रोक :      थ्रोम्बोटिक स्ट्रोक तब होता है जब आपके मस्तिष्क में रक्त पहुंचाने वाली किसी एक नस में खून का थक्का जम जाता है यह नस में फैट जमा होने के कारण होता है।    ब्लैडर स्ट्रोक :       जब ह्रदय में खून के थक्के हो और यह मस्तिष्क की नसों में प्रवेश कर रहे हो तो यह स्ट्रोक हो जाता है।    रक्तस्रावी स्ट्रोक :      रक्तस्रावी स्ट्रोक तब होता है जब वक्त वह अन्य टूटने लगती हैं या लीक हो जाती हैं। जिस कारण मस्तिष्क में रक्त आ जाता है। यह कई कारणों से हो सकता है जैसे हाई ब्लड प्रेशर, रक्त वाहिनी में कमजोरी या हल्के निशान का होना।      इंटरसेरीब्रल रक्तस्राव :     मस्तिष्क में एक नस फट जाने के कारण पूरे मस्तिष्क में खून फेल जाता है। जिस कारण ऊतक डैमेज होने लगते हैं। खून की कमी के कारण कुछ कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। और मस्तिष्क पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर, खून को पतला करने वाली दवाइयां लेना, आघात आदि चीजों से यह रोग जाता है।    सबाराकनॉइड रक्तस्राव :     सबराचोनोइड रक्तस्राव में एक धमनी आपके मस्तिष्क की सतह पर या उसके आसपास फट या टूट जाती है जिससे रक्तस्राव आपके मस्तिष्क व खोपड़ी के बीच होने लगता है। सबराचोनोइड रक्तस्राव मैं सिर में बहुत तेज दर्द होता है। यह इसका मुख्य संकेत है।   स्ट्रोक के लक्षण : Symptoms of stroke:

Read More –

ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENT
  • रोगी को बोलने में परेशानी होती है।
  • सिर में दर्द रहता है।
  •  बोलने की गति धीमी हो जाती हैं और समझने में समस्या होती है।
  • शरीर का एक तरफ का अंग सुन हो सकता है।
  • चेहरा तिरछा हो जाता है।
  • अचानक कमजोरी महसूस होती है।
  • सिर और दोनों हाथों को उठाने में समस्या होती है।
  • मुस्कुराते समय होंठ ने उठें या झूल जाए।
  • अचानक दिखना बंद हो जाता है।
  • आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है।
  • अचानक सिर दर्द, उल्टी और चक्कर आते हैं।
  • चलने में परेशानी होना संतुलन न बना पाना।
  स्ट्रोक से बचाव : Stroke Prevention:
  • अगर रोगी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है। तो उसे नियंत्रण में रखना चाहिए।
  • जो व्यक्ति अल्कोहल का अधिक इस्तेमाल करते हैं उन्हें यह कम कर देनी चाहिए।
  • तनाव से बचना चाहिए।
  • नियमित रूप से रोज व्यायाम करें।
  • सोडियम का कम इस्तेमाल करें।
  • अपने आहार में वसा की मात्रा कम करें।
  • धूम्रपान बिल्कुल ने करें।
  • तम्बाक हमेशा के लिए बंद कर दें।
  • डायबिटीज को नियंत्रण में रखें।
  • अधिक वजन होने पर उसे कम करने की कोशिश करें।
  • हृदय रोग से बचें।
  • फल और सब्जियों का अधिक इस्तेमाल करें।
  • नशीले पदार्थों से बचें।
 

Leave a Comment