इस मेडिसन का व्यक्ति जब किसी भी तरह का कोई भी मानसिक कार्य कर लेता है तो उसका कुछ देर के बाद जी मिचलाने लगता है वह लेट जाता है वह पढ़ लिख नहीं सकता आराम करना चाहता है जब तबीयत ठीक हो जाती है उसके बाद वह फिर मानसिक कार्य करने लगता है। इस प्रकार फिर से उसका जी मिचलाने लगता है इस प्रकार के लक्षण में यह मेडिसन देने से यह सारी समस्याएं ठीक हो जाती है।
बच्चा थोड़ी सी आहट से ही चौक जाता है किसी के खांसने, छींकने या कागज की कड़कड़ाहट की आवाज सुनाई देने पर सोते सोते सो कर उठ जाता है और पलंग को जोर से पकड़ लेता है वैसे तो सब बच्चों में यह लक्षण कुछ न कुछ पाए जाते हैं परंतु अगर यह लगता बहुत अधिक हो जाए ऐसे हो जिन की तरह माता का विशेष ध्यान जाता हो तो उस समय यह मेडिसन देने से उसके दूसरे रोग चले जाते हैं। यह मेडिसन मानसिक लक्षणों में अन्य लक्षणों के मुकाबले में प्रथम स्थान है।
इसका एक विशेष लक्षण यह भी है कि बच्चों के बाल चिपक जाते हैं बालों की जटा सी बन जाती है कंघी करना कठिन हो जाता है बालों के अगले नोक एक-दूसरे से उलझ कर बंध जाते हैं।
जिस प्रकार सिर के बाल उलझते हैं उसी प्रकार पलकों के बाल भी उलझ कर पलकों के अंदर ही मुड़ जाते हैं तो उसकी यह एक बेस्ट मेडिसिन है।
अगर युवा स्त्रियों में नाक का अगला भाग लाल हो और चमकता हुआ हो तो किसी भी रोग में इस मेडिसिन का इस्तेमाल करने से लाभ होता है।
मुंह आ जाने पर इस मेडिसन का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है बच्चों के मुंह आ जाने कि यह एक बेस्ट मेडिसिन है मुंह के अंदर, होंठों में, जीभ में गाल के भीतरी भाग में छाले पड़ जाते हैं मुंह आ जाने पर छाले गले के भीतर तक फैल जाते हैं पेट तक छाले हो जाते हैं यहां तक कि मलद्वार तक छाले पहुंच जाते हैं इन सब में बोरेक्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
पीरियड के समय महिलाओं को बहुत कष्ट होता है पीरियड के समय कुछ अटका हुआ सा महसूस होता है जो खून को रोकता है इसलिए इसे बाहर निकालने के लिए भीतर के अंगों से डिलीवरी के समान दर्द का सामना करना पड़ता है ऐसा अनुभव होता है कि यूट्रस बाहर निकल जाएगा जब तक यह टुकड़े बाहर नहीं निकल जाते तब तक डिलीवरी के समान दर्द उठता रहता है। ऐसे में रोगी घबरा जाता है रोगी ऊपर से नीचे जाने पर डरता है वह झुल नहीं सकता ऊपर से नीचे आने से वचता है जब इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो इस मेडिसन का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
इस औषधि का विचित्र लक्षण यह भी है कि रोगी को दोपहर 11:00 बजे तक घबराहट होती है उसके बाद घबराहट समाप्त हो जाती है।
इस मेडिसन का एक विचित्र लक्षण यह भी है कि रोगी अपने मुंह पर मकड़ी का जाला लिपटा हुआ अनुभव करता है और उसे हटाने के लिए बार-बार अपने चेहरे पर हाथ फिरता रहता है।