Baptisia Tinctoria Q Benefits and Symptoms in Hindi
इस औषधि के लक्षण टाइफायड से इतनी मिलते जुलते हैं कि यह टाइफायड की मुख्य औषधि मानी जाती है रोगी की प्रारंभिक अवस्था में घबराहट होती है सर्दी लगती है सारे शरीर में दर्द की शिकायत रहती है विशेष रूप से सिर में और कमर में दर्द होता है हाथ पैरों में दर्द की शिकायत रहती है रोगी को ऐसा अनुभव होता है कि शरीर कूट-कूट कर कुचल दिया गया है। रोग के बढ़ जाने पर कमजोरी बढ़ जाती है। रोगी डिलीरियम की अवस्था में पहुंच जाता है अगर आप इस रोगी को जगाकर कुछ कहना चाहते हैं कुछ पूछना चाहते हैं तो वह आपकी और ऐसा देखता है मानो शराब के नशे में हो प्रशन का उत्तर देते देते सो जाता है पूरा उत्तर नहीं दे पाता है शरीर में दर्द की शिकायत रहती है तो उस समय इस मेडिसन का विशेष रूप से इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी शरीर के जिस भाग की ओर लेटने का प्रयास करता है उसी भाग में ऐसा अनुभव होता है कि कुचले जाने का दर्द हो रहा है अगर रोगी को डायरिया की शिकायत हो जाती है तो डायरिया में बहुत दुर्गंध आती है।
टाइफायड की प्रारंभिक अवस्था में रोगी चुपचाप रहता है इस अवस्था में बुखार बहुत तेज होता है उस समय पतले दस्त नहीं आते लेकिन प्रारंभिक अवस्था की बाद की अवस्था में पतले दस्त आने लगते हैं तो ऐसी अवस्था में इस मेडिसन का इस्तेमाल करना चाहिए।
रोगी बिस्तर में करवटें बदलता रहता है अगर उसे कुछ पूछा जाए तो कहता है कि उसके शरीर के अंग बिखरे पड़े हैं वह उन्हें बटोर रहा है यह इसका एक विशिष्ट लक्षण भी है रोगी उस समय यह अनुभव करता है कि उसके तीन शरीर हैं। रोगी ऐसा अनुभव करता है कि शरीर का एक अंग दूसरे अंग से बहस कर रहा है।
रोगी पानी, दूध आदि तरल पदार्थ बहुत आसानी से ले लेता है लेकिन ठोस पदार्थ लेते समय उसे समस्या होती है ऐसा लगता है जैसे उसका गला घुट रहा है तो उस समय इस मेडिसिन का इस्तेमाल करना चाहिए।
Modalities:
- नमी और गर्मी में रोग बढ़ जाते हैं।
- बंद कमरे में रोग बढ़ जाते हैं।
- सोने के बाद रोग बढ़ जाते हैं।