अस्थमा सांस संबंधी रोग है जिसमें रोगी को सांस लेने में काफी समस्या होती है। सांस नली में सूजन आ जाती है जिस कारण सांस मार्ग सिकुड़ जाता है। जिस कारण रोगी को सांस लेते समय आवाज आती है। रोगी के सीने में जकड़न रहती है, और दर्द होता है। रोगी बहुत तेजी के साथ सांस लेता है। थोड़ी दूर चलने पर ही रोगी का सांस फूल जाता है।

लक्षणों के आधार पर अस्थमा के दो प्रकार होते हैं – बाहरी और आंतरिक अस्थमा।
बाहरी अस्थमा बाहरी एलर्जन के प्रति एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है, जो कि पराग, जानवरों, धूल जैसे बाहरी एलर्जिक चीजों के कारण होता है।
आंतरिक अस्थमा कुछ रासायनिक तत्वों (chemical agents) को सांस द्वारा अंदर खींचने से होता है जैसे कि सिगरेट का धुआँ, पेंट वेपर्स (paint vapours) आदि। कुछ मामलों में अस्थमा सीने में संक्रमण, तनाव, खाँसी आदि से हो जाता है।
अस्थमा के लक्षण :symptoms of asthma :
- रोगी को बलगम के साथ खांसी होती है कभी-कभी सूखी खांसी भी होती है।
- रोगी के सीने में अत्यधिक जकड़न होती है।
- रोगी का सांस फूलता है।
- सांस लेने में समस्या होती है।
- सांस लेते समय छाती से घरघराहट जैसी आवाज आती है।
- रोगी हर समय बेचैन रहता है।
- रात में रोगी की स्थिति अधिक खराब हो जाती है।
- सुबह के समय रोगी को अत्यधिक बलगम आता है।
- ठंडी हवा में सांस लेने से स्थिति और गंभीर हो जाना।
- चलते समय या कोई काम करते समय रोगी का सांस अत्यधिक फूलता है।
- लेटने पर रोगी से सांस नहीं लिया जाता।
- रोगी जोर-जोर से सांस लेता है।
- रोगी को हल्का बुखार बना रहता है।
- कभी-कभी रोगी को उल्टी भी आ जाती है।
- रोगी की भूख कम हो जाती है जिस कारण रोगी अत्यधिक कमजोर हो जाता है।
- वायु प्रदूषण के कारण।
- धूल, धुआं से।
- सुगंधित पदार्थों के कारण।
- घरों की धूल से।
- सर्दी लग जाने के कारण।
- वायरस और बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण।
- साइनस के संक्रमण के कारण।
- एलर्जी के लक्षणों से जुड़े सबसे आम खाद्य पदार्थों में अंडे, गाय का दूध, मूँगफली, सोया, गेहूं, मछली आदि से अस्थमा का रोग हो जाता है।
- धूम्रपान अधिक करने से अस्थमा होने की संभावना बढ़ जाती है।
- अगर पेट में अम्ल की मात्रा अधिक हो तो। गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD) में डकार या आधा पचा हुआ खाना अन्न नलिका से श्वसन नलिका में चला जाता है जिसकी वजह से साँस लेने में समस्या उत्पन्न होती है। और रोगी को अस्थमा का रोग हो जाता है।
- कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी अस्थमा की बीमारी हो जाती है।
- कोई व्यक्ति किसी गंभीर रोग से पीड़ित है तो उसे भी अस्थमा की बीमारी हो सकती है।
- अत्यधिक अल्कोहल के सेवन से अस्थमा हो जाता है।
- शराब और बियर में सल्फाइड की मात्रा अधिक होती है जिससे अस्थमा की बीमारी हो सकती है।
- हृदय रोग भी अस्थमा का कारण है।
- अत्यधिक क्रोध, डर, चिंता, तनाव के कारण भी अस्थमा हो जाता है।
- अत्यधिक व्यायाम या अत्यधिक काम करने से भी अस्थमा हो जाता है।
- मौसम में बदलाव के कारण भी अस्थमा हो सकता है।
- अस्थमा का रोग अनुवांशिक भी होता है।
Read More –
ACIDITY ! गैस का बनना, एसिडिटी बनने के कारण मस्सा क्या होता है? : कारण, लक्षण और प्रकार STOMACH ULCER ! पेट का अल्सर, गैस्ट्रिक अल्सर, अल्सर क्या है ENCEPHALITIS (इंसेफेलाइटिस ) दिमाग की सूजन कारण और लक्षण CERVICAL SPONDYLITIS, गर्दन का दर्द , सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के कारण और लक्षण COLITIS : आंतों में जख्म, सूजन, इन्फेक्शन के कारण और लक्षण WHAT IS CONSTIPACTION? : कब्ज के कारण और लक्षण LYMPHATIC FILARIASIS (ELEPHANTIASIS): SYMPTOMS, CAUSES AND CURRENT TREATMENT FOR FILARIASIS CARDIOVASCULAR DISEASES: CAUSES, SYMPTOMS & TYPES WHAT IS FILARIASIS? – SYMPTOMS, CAUSES, TREATMENT & TREATMENTअस्थमा के लिए आहार – Diet for asthma in hindi
- रोगी को अधिक से अधिक गर्म पानी पीना चाहिए।
- भोजन हमेशा शांति से और खूब चबा चबाकर खाना चाहिए।
- अहार में पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए।
- गाजर और पालक का रस अस्थमा के लिए बहुत फायदेमंद है।
- विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई युक्त ताजे फल खाने चाहिए।
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त फल और सब्जी खाने से खून में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है।
- भोजन में अदरक, हल्दी, लहसुन और काली मिर्च का सेवन करना चाहिए।
- अस्थमा के रोगी को भोजन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।