खाना खाने के बाद लैट्रिन आने का होम्योपैथिक इलाज…

 खाना खाने के बाद लैट्रिन आने का होम्योपैथिक इलाज…

1. Argentum Nitricum अर्जेन्टम नाइट्रिकम,


 अर्जेन्टम नाइट्रिकम ऐसे लोगों को दी जाती है जिनके

पेट में सूजन होती है।

पेट के बाईं ओर दर्द रहता है।

मतली के साथ पेट में भारीपन महसूस होता है

पेट में कंपकंपी और धुकधुकी महसूस होती है

डकार और पेट फूलने की समस्या रहती है।

तरल और काले पदार्थ की उल्टी आती है

आधी रात के समय पेट पर दबाव महसूस होता है

पेट में दर्द की तीव्रता में उतार -चढ़ाव रहता है।

पेट में ऐठन रहती है मल पतला आता है।

गुदाद्वार के आसपास खुजली होती है

गर्मी या ठंडे भोजन के कारण लक्षण बढ़ जाते हैं

तो ऐसी कंडीशन में अर्जेन्टम नाइट्रिकम का विशेष रूप से इस्तेमाल करना चाहिए। अर्जेन्टम नाइट्रिकम एक बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है।


 2. China officinalis ( चाइना ऑफिसिनैलिस )

चाइना ऑफिसिनैलिस,

 चाइना ऐसे लोगों को दी जाती है जिन्हें

बीना पचे हुए भोजन की उल्टी आती है

खाना खाते ही शौच के लिए जाना पड़ता है।

दूध पीने से नफरत हो जाती है

पेट फूलना और कड़वे तरल पदार्थ की डकार आती है

सूजन, जो चलने फिरने पर बेहतर हो जाती है

मल में बिना पचा हुए खाद्य पदार्थ आता है

झागदार और पीले रंग का मल आता है

फल ,दूध या बियर के सेवन से लक्षण बढ़ जाते हैं

तो ऐसी कंडीशन में चाइना ऑफिसिनैलिस का इस्तेमाल करना चाहिए। चाइना ऑफिसिनैलिस एक बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है। 


3. Phosphorus ( फास्फोरस )


 फास्फोरस ऐसे लोगों को दी जाती है जिन्हें 

हर बार भोजन के बाद मुंह में खट्टा स्वाद आता है

बार बार अधिक मात्रा में हवा वाली डकार आती है

गर्म पानी की उल्टी होती है।

भोजन निगलने में कठिनाई अनुभव होती है।

पेट में दर्द जो ठंडे भोजन और बर्फ से बेहतर होता है

पेट में काटने वाला दर्द होता है

पेट पर बड़े पीले धब्बे होते हैं

दर्द रहित और थकाने वाले दस्त आते हैं।

बिना इच्छा के मल आ जाता है

मल के साथ खून आता है। तो ऐसी कंडीशन में फास्फोरस का इस्तेमाल करना चाहिए फास्फोरस एक बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है।


4. Petroleum ( पेट्रोलियम).


पेट्रोलियम ऐसे लोगों को दी जाती है जिन्हें

जोरदार आवाज के साथ डकार आती है

मुंह में खट्टा स्वाद आता है

लगातार मिचली, विशेष रूप से सुबह के समय

खाने के बाद चक्कर आते हैं

शाम के समय छाती में जलन होती है

उल्टी करने का मन होता है

हरे रंग और कड़वे स्वाद वाली उल्टी आती है

पेट में ऐंठन रहती है

पेट पर दबाव महसूस होता है

धीमा और कमजोर पाचन रहता है

त्वचा के दाने दबने से दस्त, विशेष रूप से रात में

मल में खून आता है

मल के बाद गुदा के आसपास जलन वाला दर्द होता है

वाहन चलाने पर दस्त बढ़ जाते हैं

तो ऐसी कंडीशन में पेट्रोलियम का इस्तेमाल करना चाहिए, पेट्रोलियम खाना खाने के तुरंत बाद आने वाले मल के लिए एक बेस्ट होम्योपैथिक मेडिसिन है।



वीडियो देखने के लिए नीचे क्लिक करें 👇

Leave a Comment