यह औषधि बार-बार अधिक मूत्र लाकर पेट, फेफड़ों, दिमाग और शरीर के विभिन्न अंगों से जमा पानी को निकाल देती है। शरीर – अंगों पर सूजन, त्वचा व चेहरा मोम की भाँति चमकदार और पीला तथा मूत्र बंद हो जाने में चोटी की औषधि है। कर्नल डा. रामनाथ चोपड़ा लिखते हैं जब रोगी के वक्त काम ना करने से ट्रोकार (कैनूला) डालने पर भी बड़े-बड़े डॉक्टर पेट का पानी नहीं निकाल सकते तो इस औषधि को पिलाते रहने से विभिन्न अंगों में जमा पानी अत्यधिक मूत्र बनकर बार बार आकर निकल जाता है। गुर्दे, जिगर और हृदय रोग ग्रस्त हो जाने के कारण शरीर के विभिन्न अंगों, टखनों, आँखों, चेहरे पर सूजन पैदा हो चुकी हो और शरीर में पानी पड़ चुका हो, थोड़ा काम करने पर सांस फूल जाए तो इस औषधि की 5 से 8 बूँदे पिलाते रहने से ये सब रोग दूर हो जाते हैं।
